SATGURU BABA HARDEV SINGH JI MAHARAJ KI KIRPA : -
➤SATGURU BABA AVTARSINGH JI MAHARAJ KE ANMOL VACHAN
सत्संग वैसे तो सुखो का खजाना है, पर ये सुख उसी को मिलते है जो संगत में आकर आँखों से अँधा,
कानो से बहरा और जुबान से गुंगा बन जाये l
यानि कि जो सन्त महात्मा की न तो निंदा करे न निंदा सुने और न हीअवगुण देखे l
साध संगत में हर प्रकार के इंसान आते है, गुरु का दर सभी के लिए खुला रहता है l
सच्चा गुरसिख वही जो जोड़ने का कार्य करता है न कि तोड़ने का l
सत्संग में जाकर पूर्ण श्रद्धा से जो सत्संग सुने और जीवन मे अमल करें तभी वह कुछ पा सकता है l
🙏🙏बाबा अवतारसिंग जी महाराज के वचन है !
🙏Dhan Nirankar ji🙏
🌼👏💐👏🌻👏🌹
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