Nirankari Anmol Vachan चरणामृत। : ⤓
➤ पानी आकाश से गिरे तो ♡बारिश
➤ आकाश की ओर उठे तो ♡भाप
➤ अगर जम कर गिरे तो ♡ओले
➤ अगर गिर कर जमे तो ♡बर्फ
➤ फूल पर हो तो ♡ओस
➤ फूल से निकले तो ♡इत्र
➤ जमा हो जाए तो ♡झील
➤ बहने लगे तो ♡नदी
➤ सीमाओं में रहे तो ♡जीवन
➤ सीमाएं तोड़ दे तो ♡प्रलय
➤ आँख से निकले तो ♡आँसू
➤ शरीर से निकले तो ♡पसीना
और
➤ सत्गुरु के चरणों को छू कर ♡निकले तो चरणामृत।
धन निरंकार जी👣🙏
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